बहुत पूजा है राम को बहुत पढ़ा है कलमा
अब राष्ट्र भक्ति तुझे करना होगा
हिमालय पे फिर से चढ़ना होगा
आजादी के लिए फिर से लड़ना होगा
शिक्षक तुझे शस्त्र उठाने होंगे
चाणक्य तुमको बनना होगा
बहुत हो चुकी राजनीति
अब राष्ट्र नीति तुम्हे गढ़ना होगा
सेकुलरिज्म का अर्थ बदल राष्ट्र धर्म उसे अब करना होगा
एन आइ टी मे तिरंगा होगा जे न यू को भी सुधरना होगा
बहुत हो चूका तुस्टीकरण राष्ट्रीयकरण अब करना होगा
धर्म जाति का भेद मिटा के भारतीय सभी को बनना होगा
बहुत खेल चुके बल्ले से अब बंदूकों से लड़ना होगा
विराट कोहली की जगह हनुमंथप्पा तुझे बनना होगा
हीरो अपने बदलने होंगे सम्मान फ़ौज का करना होगा
वीरों की भूमि है ये वीर तुझे अब बनना होगा
जिसने बेचा है पठानकोट उन नेताओं से लड़ना होगा
बहुत हो चूका जाँच का नाटक हमला तुझे अब करना होगा
बाँट दिया था ढाका को अब बलूचिस्तान पे भी चढ़ना होगा
नापाक इरादो को निस्तेनाबूत तुझे अब करना होगा
नही चलेंगे नेहरू अब पटेल तुमको बनना होगा
छीन लिया था हैदराबाद अब घाटी अपना करना होगा
३७० का कलंक मिटा के राज तिलक राष्ट्र का करना होगा
भारत में रहना है तो जय हिन्द सभी को कहना होगा
मंदिर से केसरिया मस्जिद से हरा लेके तिरंगा तुझे रँगना होगा
हरा और भगवा छोड़ तुझे तिरंगे के लिए लड़ना होगा
हिमालय पे फिर से चढ़ना होगा
आजादी के लिए फिर से लड़ना होगा
Author- PARTH SARTHI
Author- PARTH SARTHI